नवरात्रि के बाद कलश नारियल का सही उपयोग कैसे करें? जानें सही नियम
How to use the Kalash coconut properly after Navratri? Learn the correct rules

नवरात्रि का पर्व घटस्थापना से शुरू होता है, जिसमें कलश में नारियल रखकर देवी दुर्गा का आवाह्न किया जाता है। नौ दिन तक यह कलश पूजा स्थल पर रहता है, लेकिन पर्व समाप्त होने के बाद लोग अक्सर यह नहीं जानते कि इस नारियल का सही उपयोग क्या है। आइए जानते हैं कुछ प्रमुख और शुभ तरीके।
पहला विकल्प है कि नारियल को पूजा स्थल में ही रखें। नौ दिनों तक माता रानी की कृपा प्राप्त करने वाले नारियल को लाल कपड़े या चुनरी में लपेटकर दोबारा मंदिर में रख सकते हैं।
दूसरा तरीका है इसे प्रसाद स्वरूप बांटना। नारियल को कन्या पूजन में आई कन्याओं को दें, फिर घर के सभी सदस्य इसे ग्रहण करें। ऐसा करने से पाप और रोगों का नाश होता है।
तीसरा, नारियल को घर के मुख्य दरवाजे पर लाल कपड़े में बांधकर रखा जा सकता है। यह नेगेटिविटी को दूर करता है और घर में पॉजिटिविटी बनाए रखता है।
व्यापार या करियर के लिए नारियल को दुकान या ऑफिस में रख सकते हैं। माना जाता है कि ऐसा करने से व्यवसाय में वृद्धि होती है और चारों तरफ सफलता मिलती है।
नारियल को तिजोरी में भी रख सकते हैं। लाल कपड़े में लपेटकर रखने से धन-धान्य में वृद्धि होती है और माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
अंत में, चाहें तो नारियल को किसी पवित्र जल स्रोत में प्रवाहित कर दें। कलश में रखी अन्य सामग्री जैसे फूल, आम के पत्ते, अक्षत आदि भी जल में प्रवाहित कर सकते हैं। यह कार्य बेहद शुभ माना जाता है।
नवरात्रि के बाद इन विधियों से नारियल का सही उपयोग कर आप देवी की कृपा और शुभता अपने घर, व्यवसाय और जीवन में बनाए रख सकते हैं।