भारत की सबसे बड़ी Raid का खुलासा…ट्रकों में भरकर ले जानी पड़ी दौलत…कारोबारी के घर से निकले 352 करोड़…

भारत की सबसे बड़ी Raid का खुलासा…ट्रकों में भरकर ले जानी पड़ी दौलत…ट्रकों में भरकर ले जानी पड़ी दौलत…कारोबारी के घर से निकले 352 करोड़…
ओडिशा। कहते हैं हकीकत कई बार फिल्मों से भी ज्यादा खौफनाक और रोमांचक होती है—और यह सच साबित हुआ ओडिशा में, जहां इनकम टैक्स विभाग की अब तक की सबसे बड़ी छापेमारी ने पूरे देश को हिला दिया।
352 करोड़ रुपये नकद! इतना पैसा कि गिनते-गिनते मशीनें थक गईं, नोटों से भरे ट्रक निकल पड़े और बैंक कर्मचारियों को गिनती में मदद के लिए बुलाना पड़ा।
यह अभूतपूर्व छापेमारी बौध डिस्टिलरीज प्राइवेट लिमिटेड और उससे जुड़ी कंपनियों पर की गई, जो राज्य में शराब निर्माण का कारोबार करती हैं। ऑपरेशन इतना बड़ा था कि इसके लिए विभाग को विशेष स्कैनिंग मशीनों तक का सहारा लेना पड़ा, ताकि जमीन के नीचे छिपे खजाने का पता लगाया जा सके।
10 दिन तक चला ऑपरेशन
छापेमारी इतनी जटिल और विशाल थी कि इसे खत्म करने में पूरे 10 दिन लगे। हर दिन नए ठिकानों से कैश और दस्तावेज़ निकलते रहे। नकदी इतनी अधिक थी कि विभाग को तीन दर्जन से ज्यादा नोट गिनने की मशीनें मंगवानी पड़ीं, लेकिन तब भी काम पूरा न हुआ। आखिरकार बैंक कर्मचारियों को बुलाकर गिनती का काम तेज़ किया गया।
ट्रकों में भरकर ले जाया गया कैश
जब्ती की गई रकम इतनी ज्यादा थी कि इसे सुरक्षित ले जाने के लिए ट्रकों का इस्तेमाल करना पड़ा। पूरे ऑपरेशन को इतनी गोपनीयता और सख्ती से अंजाम दिया गया कि इसकी तुलना किसी बड़े सैन्य अभियान से की जा सकती है।
इस रेड की अगुवाई आयकर जांच निदेशक एस.के. झा और अतिरिक्त निदेशक गुरप्रीत सिंह ने की। उनके नेतृत्व में हुए इस सफल ऑपरेशन के लिए केंद्र सरकार ने अगस्त में उन्हें सम्मानित भी किया।
देश को मिला बड़ा संदेश
ओडिशा में हुई इस ऐतिहासिक कार्रवाई ने पूरे देश को यह साफ संदेश दिया है कि काला धन चाहे कितना भी गहराई में छुपा हो, कानून की पकड़ से बचना नामुमकिन है।