झारखंड के लिए खुशखबरी! सीएम हेमंत सोरेन ने 160 डॉक्टरों और प्रोफेसरों को दिया नियुक्ति पत्र, जानिए क्या कहा और क्या होगा इसका फायदा
Good news for Jharkhand! CM Hemant Soren handed over appointment letters to 160 doctors and professors. Find out what he said and the benefits.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को रांची में एक कार्यक्रम में 160 स्वास्थ्य अधिकारियों और प्रोफेसरों को नियुक्ति पत्र दिए. इनमें 54 सहायक प्रोफेसर, 13 दंत चिकित्सा अधिकारी, 38 विशेषज्ञ डॉक्टर और 55 चिकित्सा अधिकारी शामिल थे.
सरकार मुख्य रूप से असहाय, कमजोर, गरीब-गुरुबा लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं रखती है। सिर्फ संवेदनाएं रखने से काम नहीं चलता बल्कि संवेदनाएं दिखनी भी चाहिए।
यही वजह है कि सरकार की तरफ से व्यवस्थाएं बनाई जाती हैं ताकि आप लोगों का सहयोग लेकर राज्य में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था बहाल… pic.twitter.com/2wAMWJPcPh
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) September 25, 2025
सेवा का अनुरोध और चुनौतियां
इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद डॉक्टरों को “भगवान का दूसरा रूप” बताते हुए उनसे झारखंड के गरीब लोगों की सेवा करने का आग्रह किया. उन्होंने आगे कहा कि मोबाइल फोन के ज़्यादा इस्तेमाल से बच्चे बीमार हो रहे हैं और पर्यावरण प्रदूषण भी स्वास्थ्य समस्याओं का एक बड़ा कारण बन रहा है. उन्होंने जोर देकर यह भी कहा कि ये समस्याएं हमने खुद पैदा की हैं, और अब हमें ही इनका समाधान खोजना होगा.
JPSC द्वारा अनुसंशित 54 सहायक प्राध्यापकों, 13 दंत चिकित्सक पदाधिकारी व NHM के तहत 38 विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी तथा 55 चिकित्सा पदाधिकारी को नियुक्ति पत्र मिला। राज्य के 5 मेडिकल कॉलेजों में ये योगदान देंगे।इनके सहयोग से ग्रामीण क्षेत्र में भी स्वास्थ्य व्यवस्था सुदृढ़ होगा। https://t.co/UmJZmTZSJj pic.twitter.com/DdW4kXX4cz
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) September 25, 2025
सिजेरियन प्रसव और शहरीकरण पर चिंता
मुख्यमंत्री ने शहरों में बढ़ रहे सिजेरियन प्रसव पर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो रही हैं. वहीं गांवों में आज भी सामान्य प्रसव होते हैं, और गांव की महिलाएं बेहतर स्थिति में हैं. उन्होंने बताया कि विदेशों में भी सिजेरियन प्रसव को कम करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.
सीएम हेमंत सोरेन ने शहरीकरण को एक आपदा बताते हुए कहा कि शहरों की व्यवस्था में छोटी सी प्राकृतिक आपदा भी बहुत बड़ी समस्या पैदा कर देती है, जबकि गांवों में ऐसा नहीं होता. उन्होंने कहा कि गांवों में सुविधाओं की कमी होने के बावजूद वहां की व्यवस्था शहरों की तुलना में बेहतर होती है.