Petrol Diesel Price Today: पेट्रोल-डीजल की कीमतें आज…GST कटौती के बाद आपके शहर में कितना सस्ता हुआ तेल…तुरंत चेक करें ताजा रेट
Petrol Diesel Price Today: Petrol-diesel prices today…how much has oil become cheaper in your city after the GST cut…check the latest rates immediately

Petrol Diesel Price Today: तेल विपणन कंपनियां (ओएमसी) हर रोज सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल की दामों को अपडेट करती हैं. पेट्रोल और डीजल के दामों में बदलाव वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों और विदेशी मुद्रा विनिमय दरों पर निर्भर करता है. OMC के इस नियम की वजह से ग्राहकों को बाजार के बारे में पूरी जानकारी मिलती है. दैनिक संशोधन का पीछे का उद्देश्य यही है कि बाजार की वास्तविक स्थिति का पता चल सके. हालांकि, मई 2022 से केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा करों में कटौती के बाद कीमतों में कुछ खास बदलाव नहीं हुआ है.
नई दिल्ली में पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई बदलाव नहीं देखा गया है. पेट्रोल की कीमत ₹94.77 प्रति लीटर है. वहीं डीजल डीज़ल की कीमत ₹87.67 प्रति लीटर बताया गया है. वहीं मुंबई में पेट्रोल की कीमत ₹103.50 प्रति लीटर और डीजल की कीमत ₹90.03 प्रति लीटर बताया गया है. आइए बाकी राज्यों में पेट्रोल डीजल के दामों को बारे में जानते हैं.
पेट्रोल-डीजल के दाम
शहर | पेट्रोल (₹/लीटर) | डीजल (₹/लीटर) |
अहमदाबाद | 94.30 | 89.97 |
बैंगलोर | 102.92 | 90.99 |
चेन्नई | 100.8 | 92.40 |
गुड़गांव | 95.65 | 88.10 |
हैदराबाद | 107.46 | 95.70 |
जयपुर | 101.35 | 90.21 |
कोलकाता | 105.41 | 92.02 |
कई कारणों से बदलते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
पेट्रोल और डीजल की कीमतें में उतार-चढ़ाव कई बातों पर निर्भर करता है. इसका असर ग्राहकों के जेब पर सीधा पड़ता है. अगर दामों के बदलाव के बारे में बात करें तो कई वजहों से होता है, जैसे की क्रूड ऑयल पेट्रोल और डीजल का मुख्य कच्चा माल है. वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव सीधे ईंधन की कीमतों को प्रभावित करता है. जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल महंगा होता है, तो पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने की संभावना रहती है. इसके अलााव भारत अपनी तेल जरूरतों के लिए आयात पर निर्भर है. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में कमी से तेल की लागत बढ़ती है. कमजोर रुपया ईंधन को और महंगा कर देता है. साथ ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों में टैक्स का बड़ा महत्व होता है. केंद्र सरकार का उत्पाद शुल्क और राज्यों का वैट कीमतों को प्रभावित करता है. अलग-अलग राज्यों में कर की दरें अलग होने से कीमतों में क्षेत्रीय अंतर देखने को मिलता है.