झारखंड : नई शिक्षा व्यवस्था के तहत झारखंड के सरकारी स्कूलों में अब पीबीएल माध्यम से होगी पढ़ाई …जानें इसके फायदे और क्या है सरकार की योजना
Jharkhand: Under the new education system, education in Jharkhand's government schools will now be imparted through PBL... Learn about its benefits and the government's plan.

Ranchi। झारखंड में सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर बदलने के लिए नई पहल शुरू की गई है। अब झारखंड के सरकारी स्कूलों में छात्रों को पारंपरिक तरीके के साथ-साथ प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग (PBL) के माध्यम से शिक्षा दी जाएगी। यह नई व्यवस्था कक्षा 6 से 12 तक लागू होगी, जिसका उद्देश्य छात्रों को अनुभव के आधार पर सीखने का अवसर देना और उनके कौशल और आत्मविश्वास को बढ़ाना है।
इस पद्धति में छात्रों को छोटे-छोटे प्रोजेक्ट दिए जाएंगे, जिन्हें वे समूह में मिलकर पूरा करेंगे। इन प्रोजेक्ट्स के माध्यम से बच्चे सामाजिक और व्यावहारिक समस्याओं की पहचान करेंगे और उनके समाधान खोजेंगे। प्रोजेक्ट्स के विषयों में स्वच्छता, नशामुक्ति, कचरा प्रबंधन, जल शुद्धिकरण, पर्यावरण संरक्षण और सामुदायिक विकास शामिल हैं।
शिक्षाविदों का कहना है कि पढ़ाई को रोचक और समझने योग्य बनाने की जरूरत है। प्रोजेक्ट आधारित शिक्षा बच्चों को केवल किताबों तक सीमित नहीं रखती, बल्कि उन्हें वास्तविक दुनिया से जोड़ती है और समाज में अपनी भूमिका समझने का अवसर देती है।
प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग के लाभ:
सैद्धांतिक ज्ञान को वास्तविक जीवन में लागू करने का अवसर।
समूह में काम करने से सहयोग और टीमवर्क की भावना।
शोध और समस्या समाधान की क्षमता में सुधार।
अपने काम को सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत करके आत्मविश्वास बढ़ाना।
विभिन्न विषयों को जोड़कर संपूर्ण सीखने का अनुभव।



















