7 सितंबर को चंद्रग्रहण: सूतक काल और ग्रहण का समय, जानिए महत्व और प्रभाव
Lunar eclipse on September 7: Sutak period and eclipse timing, know the significance and effect

7 सितंबर को लगेगा चंद्रग्रहण
इस साल भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा पर 7 सितंबर 2025 को चंद्रग्रहण लगेगा। यह ग्रहण रात 9:57 बजे शुरू होगा और रात 1:27 बजे समाप्त होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण से 9 घंटे पहले यानी दोपहर 12:57 बजे से सूतक काल आरंभ हो जाएगा। इस दौरान मंदिरों के द्वार बंद रहेंगे और कोई भी शुभ कार्य वर्जित माना जाता है।
ज्योतिषीय प्रभाव
यह चंद्रग्रहण कुंभ राशि और शतभिषा नक्षत्र में लगेगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, सूर्य-केतु की युति सिंह राशि में और राहु-चंद्रमा की युति कुंभ राशि में होने से दोहरा ग्रहण योग बन रहा है। इसका असर देश-दुनिया के साथ-साथ सभी राशियों पर पड़ेगा।
मेष: आर्थिक नुकसान, मानसिक चिंता
वृषभ: व्यापार में हानि, स्वास्थ्य प्रभावित
मिथुन: सामाजिक छवि प्रभावित
कर्क: जीवन में उतार-चढ़ाव
सिंह: मान-सम्मान की हानि
कन्या: धन लाभ की संभावना
तुला: मानसिक तनाव
वृश्चिक: धन संबंधी परेशानी
धनु: मेहनत का अपेक्षित फल नहीं
मकर: आर्थिक कठिनाई
कुंभ: मानसिक आघात, शारीरिक कष्ट
मीन: खर्च की अधिकता
धार्मिक मान्यताएं और उपाय
ग्रहण के दौरान भोजन पकाना और करना मना है। गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर न निकलने की सलाह दी जाती है। ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान-ध्यान, दान और पूजा-अर्चना करने का महत्व बताया गया है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण
खगोल विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार “ब्लड मून” दिखाई देगा। इसका कारण वायुमंडल में होने वाली रैले स्कैटरिंग प्रक्रिया है, जिससे लाल किरणें चंद्रमा तक पहुंचती हैं। वैज्ञानिक मानते हैं कि ग्रहण के दौरान निकलने वाली नई किरणें शरीर पर असर डाल सकती हैं, इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है।