झारखंड : कैमरून में फंसे झारखंड के 17 मजदूर सुरक्षित वतन लौटे, 2 आज आएंगे वापस
17 workers from Jharkhand trapped in Cameroon returned safely to their homeland, 2 will return today

कैमरून से झारखंड के मजदूरों की सुरक्षित वापसी
अफ्रीका के कैमरून में फंसे झारखंड के मजदूर आखिरकार सुरक्षित वतन लौट आए हैं। कुल 19 मजदूरों में से 17 को सोमवार को भारत लाया गया, जबकि हजारीबाग और बोकारो जिले के दो और मजदूर आज (मंगलवार) वापस लौटेंगे।
ये सभी मजदूर बिजली परियोजनाओं में काम करने वाली ट्रांसरेल लाइटिंग लिमिटेड कंपनी में नौकरी करने निजी एजेंसी के जरिए गए थे। लेकिन वहां हालात बिगड़ गए जब कंपनी ने चार महीने तक उनका वेतन नहीं दिया। मजदूरों ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर मदद की गुहार लगाई थी। उन्होंने बताया कि पैसों के अभाव में खाने-पीने और जरूरी सामान तक खरीदना मुश्किल हो गया था।
सरकार ने लिया संज्ञान, विदेश मंत्रालय ने दिलाई राहत
मजदूरों की अपील पर झारखंड सरकार के श्रम विभाग ने तुरंत विदेश मंत्रालय को सूचना दी। मंत्रालय ने त्वरित हस्तक्षेप करते हुए न केवल उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की, बल्कि कंपनी से उनका बकाया वेतन भी दिलवाने की प्रक्रिया शुरू की।
किन मजदूरों की हुई घर वापसी?
वापस लौटे 17 मजदूरों में बोकारो जिले के प्रेम टुडू, सिबोन टुडू, सोमर बेसरा, पुराण टुडू, रामजी हांसदा, विरवा हांसदा और महेन्द्र हांसदा शामिल हैं। वहीं, हजारीबाग से आघनू सोरेन, अशोक सोरेन, चेतलाल सोरेन, महेश मरांडी, रामजी मरांडी, लालचंद मुर्मू, फूलचंद मुर्मू, बुधन मुर्मू, जिबलाल मांझी, छोटन बासके और राजेंद्र किस्कू सुरक्षित लौटे।
पहले भी फंस चुके हैं मजदूर
गौरतलब है कि यह पहला मामला नहीं है जब मजदूर बेहतर वेतन के लालच में विदेश जाकर मुश्किल हालात में फंस गए हों। कई बार उनकी वापसी के लिए लंबी और जटिल प्रक्रिया अपनानी पड़ती है।