रांची: पूर्व अंचल अधिकारी जय कुमार राम का निधन, बीमार चल रहे थे, ज़मीन घोटाले में थे चार्जशीटेड, ईडी ने अपनी चार्जशीट में गंभीर..
Ranchi. Former Zonal Officer Jai Kumar Ram passed away, was ill, was chargesheeted in a land scam, ED has made serious allegations in its charge sheet..

रांची। कांके ब्लॉक के पूर्व अंचल अधिकारी जय कुमार राम का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वे पिछले कुछ महीनों से इलाजरत थे। जय कुमार राम का नाम चर्चित कांके ज़मीन घोटाले मामले में सामने आया था और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें चार्जशीटेड किया था।
इस घोटाले में उन पर आरोप था कि उन्होंने जमीन माफिया के साथ मिलकर प्रतिबंधित सरकारी और आदिवासी भूमि के रेकॉर्ड में हेराफेरी की और करोड़ों रुपये का अवैध लेन-देन किया।शुक्रवार को उनके निधन की सूचना सामने आई। बताया जा रहा है कि वे पिछले कुछ महीनों से गंभीर रूप से बीमार थे और उनका इलाज चल रहा था।
ज़मीन घोटाले में आरोप
जांच में यह सामने आया था कि जय कुमार राम ने जमीन माफिया कमलेश कुमार सिंह और कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की। चार्जशीट में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया कि उनके सहयोग से कई प्रतिबंधित जमीनों का स्वरूप बदल दिया गया।
आरोप यह था कि पंजी-2 के ऑनलाइन रिकॉर्ड में छेड़छाड़ की गई और आदिवासी व सरकारी श्रेणी की जमीन को गैर-आदिवासी प्रकृति का दिखाकर उसका म्यूटेशन कर दिया गया। इस प्रक्रिया से कई जमीनें ऐसे लोगों के नाम हो गईं, जिनके लिए यह भूमि कानूनी रूप से प्रतिबंधित थी।
अवैध कमाई और मिलीभगत
रिपोर्ट के अनुसार, इस पूरे घोटाले से जमीन माफिया कमलेश कुमार सिंह ने करोड़ों रुपये कमाए। आरोप है कि इस कमाई का हिस्सा जय कुमार राम और अन्य अधिकारियों तक पहुंचाया जाता था। एजेंटों के माध्यम से जमीन खरीद-बिक्री और रजिस्ट्री की प्रक्रिया में रिश्वत ली जाती थी और यह रकम बैंक खातों के जरिए इधर-उधर की जाती थी।
तीन अन्य लोग एजेंट के तौर पर सीधे अंचल अधिकारी के लिए काम कर रहे थे। वे जमीन सौदों से वसूली गई रकम को पहले अपने खातों में मंगवाते और फिर इसे अफसरों के बीच बांटते थे। इस पूरे नेटवर्क की जांच प्रवर्तन निदेशालय ने की और इसके आधार पर छह लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी, जिनमें जय कुमार राम भी शामिल थे।