PM मोदी बिहार में खोलेंगे बदलाव का दरवाज़ा! 6 लेन पुल और बुद्ध सर्किट ट्रेन से होगी नई शुरुआत

PM मोदी बिहार में खोलेंगे बदलाव का दरवाज़ा! 6 लेन पुल और बुद्ध सर्किट ट्रेन से होगी नई शुरुआत
गया, बिहार : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरा इस बार कुछ बड़ा लेकर आ रहा है। गया में होने वाली जनसभा में पीएम मोदी कई ऐतिहासिक सौगातों की घोषणा करेंगे — जिनमें सबसे चर्चित हैं:
देश का सबसे चौड़ा पहला छह लेन पुल
बुद्ध सर्किट को जोड़ने वाली स्पेशल ट्रेन
देश का सबसे चौड़ा 6 लेन पुल – बिहार को मिलेगी नई रफ्तार
बिहार के सिमरिया (बेगूसराय) से औटा (मोकामा) को जोड़ता यह छह लेन का पुल एक्सपैंशन केबल तकनीक से तैयार किया गया है।
चौड़ाई: 34 मीटर (जो कि देश के किसी भी 6 लेन पुल से ज्यादा है)
लंबाई: कुल 8.15 किमी (जिसमें गंगा नदी पर 1.86 किमी)
लागत: ₹1871 करोड़
मॉडल: हाइब्रिड एन्युटी (HAM)
खास बात: यह पुल राजेंद्र सेतू के समानांतर बना है, जो प्रसिद्ध कवि रामधारी सिंह दिनकर के जन्मस्थान सिमरिया धाम से जुड़ा है।
फायदे:
उत्तर-दक्षिण बिहार की दूरी 100 किमी तक कम
झारखंड, बंगाल, और असम से कनेक्टिविटी बेहतर
ट्रैफिक कम होगा और आवागमन सुगम
बुद्ध सर्किट ट्रेन – धर्म, पर्यटन और विकास का संगम
पीएम मोदी की सौगातों में एक और ऐतिहासिक पहल है — बुद्ध सर्किट ट्रेन, जो बिहार और झारखंड के सभी महत्वपूर्ण बौद्ध स्थलों को एक साथ जोड़ेगी।
रूट: वैशाली → नालंदा → राजगीर → गया → कोडरमा
स्टेशनों की संख्या: 13 से अधिक
समय:
वैशाली से रवाना: सुबह 5:15 बजे
कोडरमा पहुंच: दोपहर 3:15 बजे
वापसी: शाम 4:45 बजे से रात 2:45 बजे तक
पर्यटन, श्रद्धा और रोजगार के अवसरों में इजाफा — इस ट्रेन से देश और दुनिया भर से आने वाले पर्यटकों को बौद्ध धर्म से जुड़े स्थलों तक आसान और सुलभ यात्रा का मौका मिलेगा।
बिहार में पुलों की बाढ़ – 2005 के बाद बना नया इतिहास
2005 तक गंगा नदी पर सिर्फ 4 पुल थे, जबकि आज ये संख्या बढ़कर 14 से अधिक हो चुकी है।
9 और पुल निर्माणाधीन हैं, जिनमें शामिल हैं:
दीघवारा-शेरपुर 6 लेन पुल
गांधी सेतु के समांतर 4 लेन पुल
विक्रमशीला के समांतर 4 लेन पुल
कच्ची दरगाह-बिदुपुर 6 लेन पुल
मनिहारी-साहेबगंज पुल आदि