झारखंड: सांप के फुफकार से थर्राया झारखंड मंत्रालय, अफसर-कर्मचारियों में मच गयी भगदड़, फारेस्ट के स्नैक कैचर ने किया रेस्क्यू…

Jharkhand: The hissing of a snake shook the Jharkhand ministry, there was a stampede among the officers and employees, the snake catcher of the forest rescued the snake...

रांची। अफसरों की भी सांसें अटक गयी, जब एक सांस फुंफकारते हुए मंत्रालय में रेंगने लगा। देखते ही देखते झारखंड मंत्रालय के प्रोजेक्ट भवन में अफरा-तफरी मच गई। परिवहन विभाग के दफ्तर में फाइलों के बीच अचानक सांप दिखाई दिया, जिसके बाद कर्मचारियों में भगदड़ मच गयी। करीब एक घंटे तक दहशत का माहौल रहा।

 

आनन फानन में स्नेक कैचर ने वन विभाग की मदद से सांप को सुरक्षित पकड़ लिया। इस घटना ने सचिवालय भवन की सुरक्षा और रखरखाव पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। घटना उस वक्त की है, जब कर्मचारी अपने दस्तावेज समेट रहे थे। अचानक एक कर्मचारी की नजर फाइलों के ढेर में रेंगते हुए सांप पर पड़ी। देखते ही देखते पूरे दफ्तर में अफरा-तफरी मच गई।

 

सांप को देख कर्मचारियों ने शोर मचाना शुरू किया। कई कर्मचारी अपनी सीटें छोड़कर तुरंत बाहर निकल आए, वहीं कुछ जिज्ञासु लोग डर के बावजूद सांप को देखने पहुंच गए। कुछ ही मिनटों में यह खबर पूरे सचिवालय में फैल गई और पूरा वातावरण दहशत में बदल गया।स्थिति को काबू में करने के लिए तत्काल वन विभाग को सूचित किया गया।

 

वन विभाग ने एक स्नेक कैचर को मौके पर बुलाया। स्नेक कैचर ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आखिरकार सांप को पकड़ लिया। उसके पकड़े जाने तक सचिवालय परिसर में भगदड़ जैसे हालात बने रहे।सांप पकड़े जाने के बाद कर्मचारियों ने राहत की सांस ली, लेकिन घटना के दौरान कई कर्मचारी घबराकर इधर-उधर भागते नजर आए। अफरा-तफरी के चलते सचिवालय का कामकाज भी बाधित हो गया।

 

सुरक्षा और रखरखाव पर उठे सवाल

इस घटना के बाद सचिवालय जैसी उच्च सुरक्षा वाले भवन में सांप घुसने पर सवाल खड़े होने लगे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि जब इतनी कड़ी सुरक्षा और सफाई व्यवस्था का दावा किया जाता है, तब ऐसे हालात कैसे पैदा हो सकते हैं। कार्यालयों में रखरखाव और साफ-सफाई की लापरवाही को भी कर्मचारियों ने इस घटना का कारण बताया।

कर्मचारियों का कहना है कि सचिवालय जैसे अहम भवन में ऐसे जीवों का पहुंच जाना सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े करता है। कई अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लेने और नियमित निरीक्षण व सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग की है।

 

डर और दहशत का माहौल

करीब एक घंटे तक पूरे सचिवालय में तनाव और दहशत का माहौल बना रहा। कर्मचारी न केवल अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित दिखे, बल्कि इस घटना ने उन्हें अंदर तक झकझोर दिया।हालांकि, वन विभाग और स्नेक कैचर की त्वरित कार्रवाई से स्थिति नियंत्रित हो गई और किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ। लेकिन यह घटना इस बात की चेतावनी है कि सरकारी भवनों की सुरक्षा और रखरखाव में लापरवाही कितनी खतरनाक साबित हो सकती है।

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