नौकरी का सपना बना दु:स्वप्न…रईसजादों की हैवानियत…निर्वस्त्र कर नचाते…फिर करते दरिंदगी…पेन ड्राइव ने खोली हैवानों की पोल….
तीन युवतियों ने सौंपा सुबूतों से भरा पेन ड्राइव, खुला शोषण का चौंकाने वाला राज

नौकरी का सपना बना दु:स्वप्न…रईसजादों की हैवानियत…निर्वस्त्र कर नचाते…फिर करते दरिंदगी…पेन ड्राइव ने खोली हैवानों की पोल….
शहर कोतवाली क्षेत्र की तीन युवतियों ने कुछ रईसजादों पर शारीरिक शोषण, धमकी और जातिगत अपमान जैसे संगीन आरोप लगाए हैं। पुलिस को सौंपी गई पेन ड्राइव में आरोपियों की करतूतों के वीडियो और ऑडियो सुबूत मौजूद हैं।
क्या हुआ इन युवतियों के साथ?
तीनों युवतियां इंटर कॉलेज के समय से सहेलियां हैं — एक अनुसूचित जाति से और दो मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखती हैं। नौकरी पाने की चाह में ये तीनों शहर के व्यापारियों के संपर्क में आईं।
इनका आरोप है कि:
उन्हें जबरन बीयर और सिगरेट पीने को मजबूर किया गया।
निर्वस्त्र कर नाचने को कहा गया।
नशे में होने पर दुष्कर्म किया गया।
उनकी आपत्तिजनक वीडियो बनाकर इंटरनेट पर वायरल करने की धमकी दी गई।
एक पीड़िता को जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया गया।
वीडियो और सबूतों से भरी पेन ड्राइव सौंपी गई
तीनों युवतियों ने मंगलवार को पुलिस को एक पेन ड्राइव सौंपी, जिसमें उनके शोषण के वीडियो और अन्य डिजिटल सबूत मौजूद हैं। उनका कहना है कि अन्य लड़कियों का भी शोषण हुआ है, लेकिन वे बदनामी के डर से सामने नहीं आ रही हैं।
पुलिस पर सवाल, मेडिकल तक नहीं
घटना की गंभीरता के बावजूद पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में है। पीड़िताओं का आरोप है कि दो दिन तक पुलिस ने मामले को दबाने की कोशिश की, और अब तक मेडिकल परीक्षण तक नहीं कराया गया। इसका सीधा असर अदालत में उनके बयान दर्ज कराने पर पड़ा है।
फिलहाल सीओ सिटी इस केस की विवेचना कर रहे हैं।
मूल शिकायत में नामजद आरोपी:
आशीष अग्रवाल (व्यापारी)
स्वतंत्र साहू (ठेकेदार)
लोकेंद्र सिंह चंदेल (व्यवसायी)
नवीन कुमार (संपर्क सूत्र) — जिन पर युवतियों ने सहायता न करने और चुप्पी साधने का आरोप लगाया।
क्या बोले सामाजिक कार्यकर्ता और महिला संगठन?
महिला संगठनों का कहना है कि इस मामले की तेज़ गति से जांच और मेडिकल परीक्षण होना चाहिए। पुलिस की लापरवाही साफ तौर पर सिस्टम की नाकामी दर्शाती है।
जरूरी है:
पीड़िताओं की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करना
आरोपियों के खिलाफ त्वरित कानूनी कार्रवाई
इस केस को मिसाल बनाकर ऐसे मामलों को रोकने का प्रयास
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