शिक्षकों को बड़ी सौगात: नाइट गार्ड, मिड डे मील रसोइयों की सैलरी हुई दोगुनी, स्वास्थ्यकर्मीयों के लिए भी खुशखबरी, CM ने किया ऐलान

Big gift to teachers: Salary of night guards and mid-day meal cooks doubled, good news for health workers too, CM made the announcement

Breaking news: राज्य सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री नेतृत्व में सरकार ने शिक्षा विभाग के अंतर्गत कार्यरत कर्मियों—जैसे मध्याह्न भोजन रसोइया, रात्रि प्रहरी और शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों—के मानदेय में दोगुनी वृद्धि की है।

 

मुख्यमंत्री  ने जानकारी देते हुए कहा कि, “2005 में जब हमने सरकार संभाली, तब शिक्षा का बजट केवल 4366 करोड़ रूपए था। अब यह बढ़कर 77690 करोड़ रूपए हो चुका है। इससे स्पष्ट है कि हमने शिक्षा क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।”

 

उन्होंने बताया कि शिक्षकों की बड़े पैमाने पर नियुक्ति, स्कूल भवनों का निर्माण और आधारभूत संरचना में निवेश से शिक्षा व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है। इस क्रम में शिक्षा व्यवस्था के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सहायक कर्मियों की उपेक्षा नहीं की गई है।

 

मानदेय में वृद्धि की प्रमुख घोषणाएं:

  • मध्याह्न भोजन योजना में कार्यरत रसोइया का मासिक मानदेय अब ₹1650 से बढ़ाकर ₹3300 किया गया है।
  • माध्यमिक और उच्च विद्यालयों में कार्यरत रात्रि प्रहरियों का मानदेय ₹5000 से बढ़ाकर ₹10000 कर दिया गया है।
  • शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों का मानदेय ₹8000 से बढ़ाकर ₹16000 किया गया है। साथ ही, इनकी वार्षिक वेतन वृद्धि भी ₹200 से बढ़ाकर ₹400 कर दी गई है।

 

मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने कहा कि यह निर्णय न केवल इन कर्मियों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि इससे उनकी कार्य के प्रति निष्ठा और उत्साह में भी वृद्धि होगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह पहल शिक्षा व्यवस्था की गुणवत्ता सुधारने में मददगार साबित होगी।

 

यह घोषणा शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत लाखों कर्मियों के लिए एक सकारात्मक संदेश है और सरकार के उस दृष्टिकोण को दर्शाती है जिसमें समावेशी और समर्पित शिक्षा तंत्र का निर्माण प्राथमिकता में है।

Related Articles