झारखंड में साइबर ठगी का बड़ा खुलासा…हर्षित समेत 6 गिरफ्तार, 22 ठिकानों पर छापेमारी के बाद कई राज उजागर

Big disclosure of cyber fraud in Jharkhand: 6 arrested including Harshit, many secrets exposed after raids at 22 locations

Ranchi/Patna (Jharkhand/Bihar) : अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी सिंडिकेट के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सिम बॉक्स फ्रॉड गिरोह के मास्टरमाइंड हर्षित कुमार समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी सोमवार को सुपौल के गौसपुर से की गई। साथ ही 22 ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी की गई।

हर दिन 10 हजार फर्जी कॉल, 60 करोड़ का नुकसान

जांच में सामने आया कि गिरोह ने समानांतर टेलीफोन एक्सचेंज बनाकर एक दिन में करीब 10 हजार से ज्यादा फर्जी कॉल की।इन कॉल के जरिए साइबर ठगी कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करोड़ों की चपत लगाई गई। दूरसंचार मंत्रालय के अनुसार 2 हफ्ते में 2.5 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। जबकि जनवरी 2025 से अब तक 60 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

हर्षित के पास करोड़ों की संपत्ति, विदेशी कनेक्शन

EOU की जांच में पता चला कि 21 वर्षीय हर्षित कुमार ने पिछले कुछ वर्षों में थाईलैंड, बैंकॉक सहित दर्जनों देशों की यात्रा की।- मोतिहारी में करोड़ों का मकान।- एक बैंक खाते में 2.5 करोड़ रुपये सील।- 12 से 14 करोड़ रुपये की संपत्ति का पता चला।- अलग-अलग नामों से 30-35 बैंक खाते।

विदेशी नेटवर्क से जुड़े तार, टेलीग्राम से चल रहा था साइबर रैकेट

हर्षित ने चीन, वियतनाम, कंबोडिया, यूएई, थाईलैंड, हांगकांग, यूके, जर्मनी सहित कई देशों के साइबर अपराधियों के साथ मिलकर रैकेट चलाया।इन्होंने टेलीग्राम ग्रुप बनाकर पूरे नेटवर्क का संचालन किया।

झारखंड से मंगवाता था फर्जी सिम, पाकुड़ से सबसे ज्यादा

हर्षित झारखंड के पाकुड़ से सबसे ज्यादा फर्जी सिम कार्ड मंगवाता था। मार्च से अब तक 1000 सिम कार्ड मंगाए गए। हर्षित और सीएससी संचालक मोहम्मद सुल्तान की हाजीपुर में कई बार मुलाकात हुई। टेलीकॉम डिस्ट्रीब्यूटरों की मिलीभगत से फर्जी सिम की सप्लाई।

क्रिप्टो में करते थे लेनदेन, जांच में सामने आए कई वॉलेट

इस गिरोह ने साइबर ठगी की रकम को क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर लेनदेन किया।अब तक कई क्रिप्टो वॉलेट और ट्रांजेक्शन लिंक की जानकारी हाथ लगी है।

8 सिम बॉक्स और सैकड़ों सिम कार्ड बरामद

छापेमारी के दौरान टीम ने 8 सिम बॉक्स डिवाइस, सैकड़ों प्रमाणित व अनुपयोगी सिम कार्ड, बैंकों के पासबुक, एटीएम, क्रेडिट कार्ड तथा अन्य संवेदनशील दस्तावेज बरामद किए।हर्षित ने वियतनाम और चीन से 8 सिम बॉक्स डिवाइस मंगाए थे। हर्षित ने वियतनाम और चीन से 8 सिम बॉक्स डिवाइस मंगाए थे।

देशभर में फैला नेटवर्क, कई राज्यों में कनेक्शन

इस गिरोह के तार पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, गोवा, कर्नाटक, दिल्ली, ओडिशा, झारखंड के अलावा यूएई, कंबोडिया, थाईलैंड, चीन, वियतनाम, जर्मनी से जुड़े हैं।

CBI और IB की टीम करेगी आगे की जांच

EOU के एडीजी नैयर हसनैन खान ने बताया कि इस मामले की जांच में अब CBI (केंद्रीय जांच ब्यूरो) और IB (इंटेलिजेंस ब्यूरो) की टीम भी शामिल होगी।क्योंकि मामला अंतरराष्ट्रीय और बहु-राज्यीय स्तर का है।गिरोह के अन्य सदस्य भी गिरफ्तार। अब तक जिनकी गिरफ्तारी हुई है उन आरोपियों में :

– हर्षित कुमार (गिरोह का सरगना)- मोहम्मद सुल्तान (CSC संचालक)- चार अन्य प्वाइंट ऑफ सेल संचालक- सिम सप्लायर सुमित शाह (पश्चिम बंगाल के बीरभूम से गिरफ्तार)

EOU ने की 22 ठिकानों पर छापेमारी

डीएसपी पंकज कुमार के नेतृत्व में SIT ने पटना, मोतिहारी, सुपौल, वैशाली, रोहतास समेत 22 स्थानों पर छापेमारी की।

अवैध संपत्ति होगी जब्त

ADG ने बताया कि गिरोह की अवैध संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जाएगी। इस कार्रवाई को देशभर में साइबर ठगी के नेटवर्क पर बड़ा प्रहार माना जा रहा है।

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