झारखंड-बिहार बंद: माओवादियों का विरोध प्रदर्शन, नक्सल विरोधी अभियानों के खिलाफ एकजुट

Jharkhand-Bihar Bandh: Maoists protest, unite against anti-Naxal operations

रांची/पटना : भाकपा-माओवादी संगठन ने 3 अगस्त 2025 को बिहार और झारखंड सहित पांच राज्यों में बंद का एलान किया है। यह एलान सुरक्षा बलों द्वारा माओवादियों के खिलाफ चलाए जा रहे लगातार अभियानों के विरोध में किया गया है। माओवादियों के पूर्वी रीजनल ब्यूरो के प्रवक्ता संकेत द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बंद का आह्वान किया गया है।

पांच राज्यों में बंद का एलान

भाकपा-माओवादियों द्वारा जिन राज्यों में बंद का आह्वान किया गया है, वे हैं:

बिहार

झारखंड

पश्चिम बंगाल

असम

उत्तर छत्तीसगढ़

विज्ञप्ति के अनुसार, 3 अगस्त को पूरे क्षेत्र में जनजीवन प्रभावित हो सकता है, विशेष रूप से नक्सल प्रभावित जिलों में।

20 जुलाई से 3 अगस्त तक स्मृति सभा, मारे गए माओवादी नेताओं की याद में

प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि 20 जुलाई से 3 अगस्त तक झारखंड में स्मृति सभा का आयोजन किया जा रहा है। यह सभा हाल ही में मुठभेड़ में मारे गए भाकपा माओवादी के जनरल सेक्रेटरी बसवराजू और अन्य वरिष्ठ नक्सली नेताओं की मौत के विरोध में की जा रही है।

नक्सल अभियान तेज, सुरक्षाबलों के सख्त एक्शन के बाद माओवादियों की प्रतिक्रिया

झारखंड, बिहार सहित नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षाबलों द्वारा लगातार चलाए जा रहे अभियानों में कई शीर्ष माओवादी नेताओं को मारा गया है। इसके विरोध में माओवादी संगठन ने यह बंद बुलाया है। पिछले कुछ महीनों में:

कई बड़े नक्सली कैंप ध्वस्त किए गए

दर्जनों माओवादी गिरफ्तार या ढेर किए गए

सुरक्षाबलों ने खुफिया तंत्र के आधार पर कई सफल ऑपरेशन चलाए

सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट, संवेदनशील इलाकों में चौकसी

बंद को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है। झारखंड और बिहार के नक्सल प्रभावित जिलों जैसे:

लातेहार, गुमला, चतरा, पलामू, गढ़वा (झारखंड)

गया, औरंगाबाद, कैमूर, रोहतास (बिहार)

इन क्षेत्रों में अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है। रेलवे, सड़क परिवहन और स्कूल-कॉलेजों की सुरक्षा को लेकर भी निर्देश जारी किए गए हैं।

बंद का असर : यातायात और सामान्य जनजीवन प्रभावित होने की आशंका

3 अगस्त को प्रस्तावित बंद के दौरान

रेल सेवाएं बाधित हो सकती हैं

बसें और निजी वाहन सीमित संख्या में चल सकते हैं

ग्रामीण क्षेत्रों में दुकानें और बाजार बंद रहने की संभावना

सरकारी कार्यालयों और स्कूलों की उपस्थिति प्रभावित हो सकती है

Maoist Bandh August 3 : सरकार और प्रशासन की नजर

राज्य सरकारें और पुलिस प्रशासन लगातार स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं। खुफिया इनपुट्स के आधार पर पूर्व-सक्रिय निगरानी और पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। किसी भी असामाजिक गतिविधि को रोकने के लिए सभी जिलों में सुरक्षा योजना लागू कर दी गई है।

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