धीरज कुमार का निधन : हिंदी-पंजाबी सिनेमा और टीवी जगत से एक युग का अंत…जाने धीरज कुमार का करियर

Dheeraj Kumar dies: An era ends in Hindi-Punjabi cinema and TV world... Know the career of Dheeraj Kumar

मुंबई। हिंदी और पंजाबी सिनेमा के साथ-साथ टेलीविजन की दुनिया में अपनी पहचान बनाने वाले प्रसिद्ध अभिनेता और निर्देशक धीरज कुमार का 79 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। बताया गया है कि वे एक्यूट निमोनिया से पीड़ित थे। उनके निधन की खबर से फिल्म और टीवी जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।

उनका पार्थिव शरीर बुधवार सुबह 6 बजे से 10 बजे तक उनके आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा, जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

धीरज कुमार का करियर

धीरज कुमार ने अपने लंबे और सफल करियर में कुल 43 फिल्मों में अभिनय किया, जिनमें से 21 पंजाबी फिल्में थीं। 1970 के दशक में उन्होंने कई लोकप्रिय हिंदी फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं, जिनमें ‘दीदार’, ‘रातों का राजा’, ‘बहारों फूल बरसाओ’, ‘शराफत छोड़ दी मैंने’, ‘रोटी कपड़ा और मकान’, ‘सरगम’, ‘क्रांति’ और ‘मांग भरो सजना’ शामिल हैं। उनके अभिनय को दर्शकों और समीक्षकों ने खूब सराहा।

टेलीविजन में योगदान

अभिनय के साथ-साथ धीरज कुमार ने टीवी की दुनिया में भी अपनी खास पहचान बनाई। उन्होंने ‘ओम नमः शिवाय’, ‘श्री गणेश’, ‘अदालत’, ‘संस्कार’, ‘धूप-छांव’, ‘जोड़ियां कमाल की’, और ‘सिंहासन बत्तीसी’ जैसे लोकप्रिय धारावाहिकों का निर्देशन किया। इसके अलावा, उन्होंने धार्मिक, सामाजिक और पारिवारिक विषयों पर आधारित 30 से अधिक धारावाहिकों का निर्माण भी किया।

धीरज कुमार का निधन भारतीय मनोरंजन उद्योग के लिए एक बड़ी क्षति है। उन्हें उनके अभिनय, निर्देशन और निर्माण कार्यों के लिए सदैव याद रखा जाएगा।

Related Articles