पूर्णिया आदिवासी हत्याकांड पर झारखंड में सियासी हलचल, बंधु तिर्की ने जताई चिंता
Political stir in Jharkhand over Purnia tribal massacre, Bandhu Tirkey expressed concern

रांची: बिहार के पूर्णिया जिले में हुई आदिवासी हत्याकांड ने पूरे बिहार समेत झारखंड की राजनीति में भी भूचाल ला दिया है। झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने इस दिल दहला देने वाली घटना पर अपने सभी कार्यक्रम स्थगित कर पूर्णिया जाने का फैसला लिया है। उन्होंने रांची में मीडिया से बातचीत में कहा कि वे घटनास्थल जाकर पूरी जानकारी लेंगे और फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्थानीय सांसद से मुलाकात करेंगे।
बंधु तिर्की ने इस हत्याकांड को केवल एक अपराध नहीं, बल्कि एक गंभीर सामाजिक और राजनीतिक अपराध बताया, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने आशंका जताई कि यह मामला जमीन विवाद से जुड़ा हो सकता है, जिसे ‘डायन बिसाही’ जैसी कुप्रथा के नाम पर छुपाने की कोशिश की जा रही है। उनका कहना था, “यह केवल एक सामाजिक कुप्रथा नहीं, बल्कि सोची-समझी साजिश भी हो सकती है।”
उन्होंने केंद्र और बिहार सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा शासित राज्यों में आदिवासियों के खिलाफ ऐसे मामलों की संख्या बढ़ रही है। साथ ही सवाल उठाया कि चुनावी मौसम में यह घटनाएं क्यों ज्यादा होती हैं। बंधु तिर्की ने कहा कि डायन बिसाही जैसी प्रथाओं पर पहले नियंत्रण था, लेकिन पूर्णिया घटना से पता चलता है कि ये कुप्रथाएं समाज में अब भी जिंदा हैं और इसे राजनीतिक, सामाजिक और कानूनी स्तर पर गंभीरता से देखना होगा।