अब ‘देशविरोधी गैंग’ की खैर नहीं! वायरल वीडियो पर लगेगा ब्रेक, मोदी सरकार की नई पॉलिसी से बजेगी अलार्म

देश के खिलाफ नफरत फैलाने वालों की अब ‘बजेगी पुंगी’; सोशल मीडिया पर देशविरोधी वीडियो और पोस्ट होंगे ब्लॉक, केंद्र सरकार ला रही सख्त राष्ट्रीय पॉलिसी

सोशल मीडिया पर देशविरोधी कंटेंट और नफरत फैलाने वालों की अब खैर नहीं है। केंद्र सरकार ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गृह मंत्रालय अब एक नई राष्ट्रीय पॉलिसी की तैयारी कर रहा है, जिसके तहत सोशल मीडिया पर भारत विरोधी वीडियो, पोस्ट, अकाउंट और वेबसाइट्स को सीधे ब्लॉक किया जाएगा और इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

क्या है योजना?

सूत्रों के अनुसार, इंटेलिजेंस एजेंसियों के शीर्ष अधिकारियों ने संसदीय समिति को बताया है कि ऐसी गतिविधियों की पहचान के लिए एक स्पेशल टीम बनाई जा रही है। यह टीम देश विरोधी और समाज को तोड़ने वाले कंटेंट की निगरानी करेगी। इसके अलावा, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और अमेरिकी सरकार के साथ भी बातचीत जारी है ताकि ऐसे कंटेंट की जांच और नियंत्रण दोनों प्रभावी रूप से हो सके।

इन प्लेटफॉर्म्स पर रहेगी खास नजर

सरकार की नजर उन वेबसाइट्स और सोशल मीडिया अकाउंट्स पर है जो खालिस्तानी एजेंडे, आतंकवाद, सांप्रदायिक नफरत और राष्ट्र विरोधी भावनाएं फैलाते हैं। उदाहरण के तौर पर, खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू जैसे तत्व लगातार सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं और युवाओं को भड़काने का प्रयास करते हैं।

प्लेटफॉर्म्स को चेतावनी

सरकार चाहती है कि सोशल मीडिया कंपनियां खुद भी मॉनिटरिंग करें और ऐसे हैंडल्स या कंटेंट को तुरंत हटाएं। साथ ही CBI, NIA, राज्यों की पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां मिलकर एक साझा रणनीति पर काम कर रही हैं ताकि देश विरोधी ताकतों को कोई जगह न मिल सके।

कब होगा असर?

यह नीति जल्द ही लागू की जा सकती है और एक बार एक्टिव होने के बाद, सोशल मीडिया पर देश को गाली देने वालों, झूठी अफवाहें फैलाने वालों और समाज को तोड़ने वालों के दिन पूरे समझे जाएं।

पिछली घटनाएं बन रहीं आधार

हाल ही में पहलगाम में आतंकी हमला और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट वायरल हुए थे जो देश की सुरक्षा के लिए चुनौती बन गए थे। इन्हीं घटनाओं को देखते हुए सरकार अब कोई कोताही नहीं बरतना चाहती।

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