गढ़वा में हाथी के हमले से हड़कंप: 2 लोगों की मौत, ग्रामीणों में दहशत, प्रशासन की चुनौती बढ़ी
Jharkhand: Panic due to elephant attack in Garhwa... 2 people dead, panic among villagers, challenge for administration increased

झारखंड के कई जिलों में जंगली हाथियों का आतंक बढ़ गया है. इस बीच गढ़वा से एक खबर सामने आई है जहां जंगली हाथियों ने दो लोगों को कुचलकर मार डाला है.
वहीं इस घटना के बाद से पूरे इलाके के लोग दहशत में जी रहे हैं. ग्रामीणों का वन विभाग के प्रति काफी आक्रोश देखा जा रहा है. मृतकों के शव को लेने के लिए पुलिस और वन विभाग को ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा.
जानकारी के अनुसार, चिनियां थाना क्षेत्र के चिरका गांव में बीते रविवार रात को जंगली हाथियों का आतंक दोबार से देखने को मिला. यहां जंगली हाथियों के झुंड ने गांव पर हमला कर दिया. इस हमले में गांव के दो लोगों की मौत हो गई. मृतकों की पहचान प्रमिला देवी 40 वर्षीय और सुधीर सोरेंग 35 वर्षीय के रूप मे की गई है.
प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या बताया?
वहीं प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि प्रमिला देवी घर से कुछ ही दूरी पर अपने प्रवासी पति से मोबाइल पर बात कर रही थी. तभी अचानक एक जंगली हाथी वहां आ धमका, और उनसे कुचलना शुरू कर दिया. प्रमिला काफी कोशिश करती रही हाथी के चंगुल से भागने की पर हाथी ने उसे कुचलकर मार डाला.
वहीं प्रमिला के घर के ठीक पास के घर में भी सो रहे सुधीर सोरेंग को जब लगा कि कोई उसके कटहल के पेड़ को नुकसान पहुंचा रहा है. वह बाहर निकले ही थे कि हाथी ने उस पर भी हमला कर दिया और कुचलकर मार दिया.
ग्रामीणों में आक्रोश
इधर, सुबह होते ही ग्रामीणों में आक्रोशित होकर वन विभाग की घोर लापरवाही के खिलाफ रोश प्रकट किया. सुबह 9 बजे तक भी वन विभाग का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी घटनास्थल पर नहीं पहुंचा, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश और भी बढ़ गया. ग्रामीणों ने साफ कर दिया कि जब तक वरीय वन अधिकारी मौके पर नहीं आते, तब तक शवों को उठाने नहीं देंगे.
6 महीने में 5 लोगों की जान जा चुकी है
गौरतलब है कि चिरका गांव में पिछले 6 महीनों में जंगली हाथियों द्वारा कुचलकर 5 लोगों की जान ली जा चुकी है. इसके बावजूद वन विभाग की ओर से किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.