पंचायत सचिव सुसाइड केस में झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ और पुलिस में ठन गई, क्या है मामला!

झारखंड के गिरिडीह जिला अंतर्गत डुमरी अंचल कार्यालय में पदस्थापित पंचायत सचिव सुखलाल महतो सुसाइड केस में झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ और पुलिस आमने-सामने है.

सुखलाल महतो सुसाइड केस में डुमरी की प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित 4 अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के मामले में झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ ने मोर्चा खोल दिया है वहीं दूसरी ओर पंचायत सेवक संघ ने सुखलाल महतो के सुसाइड के लिए कथित तौर पर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं करने की सूरत में आंदोलन की चेतावनी दी है.

झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ का कहना है कि बिना प्रशासी विभाग की अनुमति के बीडीओ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. गौरतलब है कि मंगलवार को इस संबंध में उप विकास आयुक्त स्मिता कुमारी की अध्यक्षता में बैठक हुई थी. इस बैठक में पंचायत सचिव सुखलाल महतो सुसाइड केस पर विस्तृत चर्चा की गयी.

उपविकास आय़ुक्त स्मिता कुमारी ने की बैठक
डुमरी प्रखंड कार्यालय में उप विकास आयुक्त स्मिता कुमारी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में डुमरी बीडीओ को सुखलाल महतो सुसाइड केस में नामजद आरोपी बनाने को लेकर नाराजगी व्यक्त की गयी. बैठक में यह बात सामने आई कि राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधारर विभाग के निर्देश के बावजूद बिना प्रशासी विभाग की अनुमति के खिलाफ डुमरी थाने में केस दर्ज किया गया.

बैठक में तय किया गया है कि उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे. बैठक में यह भी तय किया गया है कि केंद्रीय समिति को भी प्रस्ताव भेजा जायेगा.

केंद्रीय समिति से अपील की जाएगी कि सभी प्रशासी विभाग, खासतौर पर पुलिस संस्थानों को पत्र लिखकर निर्देशित किया जाये को वे राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग के द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें. मुख्यमंत्री के साथ-साथ प्रंडलीय आय़ुक्त और सभी जिलों में डीसी को प्रतिलिपि भेजी जायेगी.

झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ की मांग क्या है!
बैठक में पदाधिकारियों ने कहा कि यदि नियंत्री पदाधिकारी द्वारा पर्यवेक्षण या अनुश्रवण के दौरान कही गयी बातों को प्रताड़ना माना जायेगा तो जिला ईकाई पदाधिकारियों द्वारा की जाने वाली समीक्षा बैठकों पर भी प्रतिकूल असर होगा.

इससे विकास का काम प्रभावित होंगे. इस बीच बैठक में पंचायत सचिव सुखलाल महतो के आकस्मिक निधन पर शोक प्रकट किया गया.

सुखलाल महतो के परिजनों ने लगाये हैं गंभीर आरोप
गौरतलब है कि पंचायत सचिव सुखलाल महतो ने ब्लॉक ऑफिसर परिसर में ही कीटनाशक खा लिया था. रिम्स में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी और स्थानीय विधायक के हस्तक्षेप से बीडीओ सहित 4 अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया.

उपायुक्त रामनिवास यादव ने 4 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है. सुखलाल महतो के परिजनों का आरोप है कि बीडीओ द्वारा उनके पिता पर गलत व्यक्ति को आबुआ आवास आवंटित करने का दबाव बनाया जा रहा था.

Related Articles