World’s Highest Rail Bridge: चिनाब ब्रिज की अनसुनी कहानी, जिसने रचा कश्मीर में इतिहास

जम्मू-कश्मीर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 जून 2025 को जम्मू-कश्मीर की चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल – चिनाब ब्रिज का भव्य उद्घाटन किया। यह पुल न केवल तकनीकी उत्कृष्टता का उदाहरण है, बल्कि यह आत्मनिर्भर भारत और Make in India की भावना का भी प्रतीक बन गया है।
चिनाब ब्रिज: कहां और क्यों खास है यह?(World’s Highest Rail Bridge)
स्थान: रियासी जिला, जम्मू-कश्मीर
प्रोजेक्ट: उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (USBRL)
ऊंचाई: 359 मीटर (एफिल टावर से भी ऊंचा)
लंबाई: 1.3 किलोमीटर
लागत: ₹1,486 करोड़
निर्माण काल: 2004–2023
इंजीनियरिंग चमत्कार: कैसे रचा गया यह इतिहास(World’s Highest Rail Bridge)
USBRL प्रोजेक्ट के मुख्य इंजीनियर एल. प्रकाश बताते हैं कि जब चिनाब ब्रिज का निर्माण शुरू हुआ, तब वहां सड़कें तक नहीं थीं। इंजीनियरिंग टीमें खच्चरों और पैदल चलकर साइट तक पहुंचती थीं। चट्टानों पर रातें गुजारनी पड़ती थीं और हर कदम पर भू-स्खलन जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता था।
हर समाधान था ऑन-साइट इनोवेशन:(World’s Highest Rail Bridge)
स्टैंडर्ड टेम्पलेट नहीं था
होलो गर्डर्स को नाव से ले जाकर साइट पर कंक्रीट से भरा गया
MI-26 हेलीकॉप्टरों का उपयोग मशीनरी ट्रांसपोर्ट के लिए किया गया
CNC और ऑटो-कंट्रोल यूनिट्स से स्टील को आकार दिया गया
रॉक बोल्ट्स और ग्राउटिंग से फ्लड और सीपेज से सुरक्षा
Arch Design: गेम चेंजर(World’s Highest Rail Bridge)
इंटरलॉकिंग बीम्स से बना स्ट्रक्चर
300 टन तक के इंजन का भार झेलने में सक्षम
266 किमी/घंटा तक की हवा की रफ्तार सहन कर सकता है
सस्पेंशन ब्रिज यहां असफल होता, लेकिन आर्क ब्रिज डिजाइन बनी सफलता की कुंजी
मानव श्रम और समर्पण: असली नायकों की कहानी(World’s Highest Rail Bridge)
स्थानीय लोगों ने इंजीनियरिंग टीमों को रस्सियों के सहारे चढ़ाई में मदद की। वे खाना बनाते, शेल्टर देते और पूरी तरह से टीम का हिस्सा बन गए। मजदूर दिनभर खुली हवा में 12 घंटे तक ऊंचाई पर काम करते, और खाना तक साथ लेकर जाते।
इस प्रोजेक्ट में हज़ारों लोगों को रोज़गार मिला, जिन्होंने कोंकण रेलवे परिवार का हिस्सा बनकर अनमोल अनुभव और स्किल्स अर्जित की।
कनेक्टिविटी और पर्यटन: नया दौर शुरू(World’s Highest Rail Bridge)
अब चिनाब ब्रिज के जरिए कटरा से सीधे श्रीनगर तक रेल संपर्क संभव हो गया है। यह न केवल कश्मीर घाटी को देश से जोड़ता है, बल्कि पर्यटन को भी नया आयाम देता है।
कैसे पहुंचे चिनाब ब्रिज तक?
हवाई मार्ग: निकटतम एयरपोर्ट जम्मू (80 किमी)
रेल मार्ग: कटरा रेलवे स्टेशन सबसे निकट
सड़क मार्ग: जम्मू, उधमपुर या कटरा से टैक्सी या बस से पहुँच सकते हैं
यात्रा का सबसे अच्छा समय:
मार्च से अक्टूबर – जब घाटी हरियाली से भरपूर और मौसम सुहावना होता है। सर्दियों में बर्फबारी के कारण रास्ते बाधित हो सकते हैं।
🇮🇳 भारत की ताकत का प्रतीक(World’s Highest Rail Bridge)
चिनाब ब्रिज केवल एक पुल नहीं, बल्कि भारत की इंजीनियरिंग क्षमता, मानवीय साहस और जज़्बे की मिसाल है। यह दर्शाता है कि भारत अब असंभव को भी संभव बनाने की राह पर है।