बड़े साइबर फ्रॉड और सेक्सटॉर्शन रैकेट का भंडाफोड़ — 6 गिरफ्तार, लाखों की सामग्री जब्त

नई दिल्ली, 3 जून 2025। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच साइबर सेल ने एक बड़े साइबर क्राइम नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, जो राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में सक्रिय था। इस रैकेट में फर्जी लोन कॉल सेंटर, बैंकिंग फ्रॉड और सेक्सटॉर्शन जैसे गंभीर अपराधों को अंजाम दिया जा रहा था।
कार्रवाई में क्या मिला?
पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि 9 अन्य को नोटिस देकर पाबंद किया गया है। छापेमारी के दौरान पुलिस ने बरामद किया:
28 मोबाइल फोन
30 सिम कार्ड
15 डेबिट कार्ड
2 लैपटॉप
8 चेकबुक और फर्जी दस्तावेज
कैसे किया जाता था फ्रॉड?
फर्जी लोन कॉल सेंटर:
व्हाट्सऐप के जरिए पीड़ितों को लुभावने लोन ऑफर भेजे जाते थे
आधार-पैन जैसे दस्तावेज मंगवाए जाते
“प्रोसेसिंग फीस” के नाम पर QR कोड भेजकर पैसे वसूले जाते
पैसा मिलते ही नंबर बंद कर दिया जाता
सेक्सटॉर्शन का जाल:
फेसबुक और व्हाट्सऐप से वीडियो कॉल पर जाल में फंसाते
पीड़ितों के आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड कर
वायरल करने की धमकी देकर उगाही की जाती थी
इस रैकेट के पीछे कौन?
मुख्य आरोपी: दिलशाद अली (पहले भी साइबर फ्रॉड में गिरफ्तार)
अन्य आरोपी: जयश्री, जाहिद, सोहिल, जयवीर समेत कई युवक-युवतियां
ये लोग कॉल सेंटर के रूप में संगठित तरीके से काम कर रहे थे
अब तक की जांच में क्या सामने आया?
पुलिस ने 5 करोड़ रुपये से अधिक की मनी ट्रेल ट्रैक की है
आरोपियों के फर्जी बैंक अकाउंट, डॉक्युमेंट और डिजिटल ट्रांजेक्शन की जांच जारी है
पुलिस को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं
साइबर क्राइम से बचने की सलाह:
व्हाट्सऐप या सोशल मीडिया पर अज्ञात नंबरों से आए कॉल/लोन ऑफर से बचें
किसी को भी अपने डॉक्युमेंट्स या OTP शेयर न करें
ऑनलाइन संपर्क में आए अजनबियों के साथ निजी जानकारी साझा न करें
साइबर अपराध की शिकायत www.cybercrime.gov.in पर करें