भोपाल। मध्यप्रदेश में कर्मचारियों के लिए इस बार 26 जनवरी खास होने वाला है। गणतंत्र दिवस के मौके पर मध्य प्रदेश के कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए एक खुशखबरी आने वाली है। बताया जा रहा है इस दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्य के पांच लाख नियमित कर्मचारियों के महंगाई भत्ता में चार प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ उसे 38 प्रतिशत करने की घोषणा कर सकते हैं। जनवरी से ही सभी कर्मचारियों के वेतन में इसे जोड़ा जाएगा। इसके अलावा राज्य के साढ़े चार लाख पेंशनरों का महंगाई भत्ता भी बढ़ाया जा सकता है।

शिवराज सरकार ने अगस्त 2022 में अपने राज्य कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाकर उसे केन्द्र के बराबर किया था। लेकिन उसी दौरान केन्द्र ने अपने कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाकर 38 प्रतिशत कर दिया था जिसके बाद से लगातार राज्य कर्माचारी मांग कर रहे थे कि उनका मंहगाई भत्ता बढ़ाकर केंद्र के समान कर दिया जाए। राज्य में साढ़े चार लाख पेंशनर हैं, जिनकी हालत में सुधार होने वाला है। इनके महंगाई भत्ते में भी बढ़ोतरी की जा सकती है। फिलहाल उन्हें 33 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जाता है जबकि केन्द्रीय पेंशनरों को 38 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जा रहा है।

अब चुनावी साल है और कर्मचारी कई मांगों को लेकर सरकार से नाराज भी चल रहे हैं। इसलिए सरकार 26 जनवरी को चार प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाने की घोषणा कर सकती है। वित्त विभाग ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। इसके साथ प्रदेश के साढ़े चार लाख पेंशनरों की भी सरकार सुध लेगी। उन्हें वर्तमान में 33 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जा रहा है। जिसे बढ़ाया जा सकता है। केंद्रीय पेंशनरों को वर्तमान में 38 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जा रहा है।

राज्य के कर्मचारियों का चार प्रतिशत महंगाई भत्ता जुलाई 2022 से बकाया है। सरकार 26 जनवरी को इसे बढ़ाएगी भी तो कर्मचारियों को लाभ जनवरी 2023 से मिलेगा। यानी छह माह की राशि का घाटा होगा। पिछले 15 वर्षों से यही पैटर्न है कि सरकार महंगाई भत्ते के एरियर की राशि नहीं दे रही है। वित्त विभाग ने इस बार भी इसकी कोई तैयारी नहीं की है। इसलिए कर्मचारियों को एरियर राशि मिलने की उम्मीद नहीं है।

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