गिरिडीह: देवरी के कोशोगोंदोंदिघी गांव में एक नवजात की मौत. पुलिसकर्मियों पर नवजात को पैर तले कुचलने के आरोप के बाद एसपी ने कार्रवाई की है. एसपी ने थानेदार को लाइन हाजिर कर दिया है. जबकि छापेमारी में शामिल पांच लोगों को निलंबित कर दिया है. डीएसपी संजय राणा ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है. बताया है कि इस मामले में आगे की जांच चल रही है. यह भी बताया कि मृत बच्चे के परिजन के आवेदन पर गैरइरादतन हत्या की प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई है. यह कार्रवाई बुधवार की रात को एसपी द्वारा घटनास्थल की जांच करने के बाद की गई है।

बाबूलाल मरांडी में ट्वीट कर पुलिस व सरकार पर सवाल उठाया तो सीएम हेमंत सोरेन ने डीसी एसपी से जांच रिपोर्ट तलब की. दूसरी तरफ बुधवार की रात को एसपी अमित रेणू, डीडीसी शशिभूषण मेहरा भी मृत बच्चे के परिजनों से मिले थे. यहां पूछताछ की गई थी. उस कमरे को भी देखा गया था जहां पर बच्चे के सोने की बात परिजनों ने बताई थी।

जिला मुख्यालय से 33 किमी दूर कोशोगोंदोदिघी गांव में पुलिस ने बुधवार की देर रात 3 बजे के करीब छापेमारी की। मारपीट के मामले में पुलिस दो अपराधियों को पकड़ने पहुंची थी। कोशोगोंदोदिघी के भूषण पांडेय और उनके पड़ोस में रहने वाले आकाश पांडेय के खिलाफ न्यायालय ने गैर जमानती वारंट जारी था।

इसी घर में नवजात का जन्म चार दिन पहले ही हुआ था । छापेमारी के दौरान सो रहे नवजात को पुलिसकर्मी ने अपने बूट से कुचल दिया। उसी वक्त उसकी मौत हो गई।

इंस्पेक्टर समेत 5 सस्पेंड

मामले में कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर सरोज कुमार मंडल, कॉन्स्टेबल दीपक कुमार, कॉन्स्टेबल शिवशंकर, कॉन्स्टेबल विनोद, कॉन्स्टेबल परमानंद कुमार पांडेय और ड्राइवर मनोज कुमार को सस्पेंड किया गया है। जबकि प्रभारी थाना प्रभारी संगम पाठक को लाइन हाजिर किया गया है।

कब क्या हुआ

इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर बाबूलाल मरांडी ने एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि इस मामले में जल्द जल्द आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। मामला सोशल मीडिया पर बढ़ा तो मुख्यमंत्री ने इस मामले में गिरिडीह पुलिस और DC को जांच के आदेश दिए।

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