रेड में 5 करोड़ कैश और सोना-चांदी का जखीरा : इंजीनियर के ठिकानों पर नोट गिनने मंगानी पड़ी मशीन…अब तक 5 करोड़ कैश मिले… खजाना देख अफसर भी हैरान.

पटना। छापेमारी में पहुंचे अफसरों की आंखें उस वक्त फटी की फटी रह गयी जब इंजीनियरों के ठिकानों पर नोटों की गड्डियां ही गड़्डियां बरामद होने लगी। खबर है कि कार्यपालक इंजीनियर के ठिकानों से अब तक 5 करोड़ कैश मिला है। अभी भी जांच चल रही है, माना जा रहा है कि खजाने का ये आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। निगरानी ब्यूरो ने ग्रामीण कार्य विभाग के किशनगंज में पदस्थापित कार्यपालक इंजीनियर संजय राय के ठिकानों पर छापा मारा है। अभी तक की खबर के मुताबिक चार से पांच करोड़ रुपये बरामद किए जा सकते हैं। टीम को नोट गिनने के लिए मशीन मंगवानी पड़ी।

इंजीनियर संजय कुमार राय के पटना के 2 और किशनगंज के 3 ठिकानों पर छापेमारी की गई है। पटना के ठिकानों से सवा करोड़ कैश तो किशनगंज से 4 करोड़ रुपए मिले हैं। दोनों जगह कैश गिनने के लिए मशीन मंगवाई गई थीं। एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के ठिकानों से 5 करोड़ से ज्यादा कैश बरामद किया है। इंजीनियर संजय कुमार राय का घर पटना के बसंत बिहार कॉलोनी में है, जबकि तैनाती किशनगंज जिले में है। विजिलेंस की दो टीमों ने शनिवार सुबह 7 बजे एक साथ पटना और किशनगंज में छापे मारे। किशनगंज में 13 मेंबर्स की टीम ने संजय कुमार राय के रूईधाशा, उसके पर्सनल असिस्टेंट ओम प्रकाश यादव के लाइनपाड़ा और कार्यालय के कैशियर खुर्रम सुल्तान के लाइनपाड़ा में बने घर पर छापेमारी की।

ग्रामीण कार्य विभाग के किशनगंज प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता संजय राय के जब किशनगंज स्थित आवास में छापेमारी करने निगरानी की टीम पहुंची तो पता चला कि यह भ्रष्ट इंजीनियर अपने जूनियर इंजीनियर और कैशियर के यहां रिश्वत का पैसा रखता है। वहीं कार्यपालक अभियंता संजय राय के पटना आवास की तलाशी में लगभग एक करोड़ मिलने की बात आ रही है। हालांकि अब तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। निगरानी की टीम को नोट गिनने के लिए दो-दो मशीनें मंगवानी पड़ी।

बरामद कैश में करीब 3 करोड़ रुपए पर्सनल असिस्टेंट ओम प्रकाश यादव के घर से 4 करोड़ और कैशियर के घर से करीब एक करोड़ कैश मिले हैं। ओम प्रकाश यादव को संजय कुमार राय ने अपने खर्च पर रखा था। इसी के माध्यम से वसूली करता था।
पटना में संजय कुमार राय के घर से सवा करोड़ रुपए, लाखों रुपए की ज्वेलरी, बड़े स्तर पर जमीन और फाइनेंशियल इंवेस्टमेंट के कागजात मिले हैं। जिनका कैलकुलेशन अभी किया जा रहा है।

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