रांची। प्रदेश में 2.36 लाख फर्जी राशन कार्डधारी हैं। ऐसे कार्डधारियों में सबसे अधिक पूर्वी सिंहभूम में 35834, दूसरे नंबर पर धनबाद में 26285 और इसके बाद रांची में 22135 लाेगाें ने फर्जी कार्ड बना रखा है। खाद्य सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग की ओर से राज्य में एक फरवरी से 21 फरवरी तक वन नेशन वन कार्ड के तहत पीडीएस सशक्तीकरण पखवाड़ा चलाया गया।

इसमें सभी जन वितरण प्रणाली के दुकानों से जुड़े उपभोक्ताओं का कार्ड आधार से लिंक किया गया। आधार से लिंक होने के बाद जब उपभोक्ताओं के अंगूठे का निशान ई-पॉश मशीन में लिया गया तो पता चला कि एेसे कार्डधारी बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पश्चिम बंगाल और ओडिशा से भी अनाज ले रहे हैं। जांच में इस तरह पूरे राज्य में 236888 कार्डधारी पाए गए। विभाग अब एेसे लाेगाें का कार्ड रद्द करेगा। कार्ड ब्लॉक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

गलत लोगों के नाम हटेंगे, जरूरतमंदों का कार्ड बनेगा

राज्य के हर जिले में कई लाेग राशन कार्ड बनाने के लिए प्रतिदिन जिला आपूर्ति पदाधिकारी कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। उनका राशन कार्ड अब तक नहीं बन सका है। विभाग का कहना है कि 2.36 लाख गलत लोगों के नाम राशन कार्ड से हटने पर जरूरतमंद लोगाें के कार्ड बन पाएंगे।

इससे जरूरतमंद लोगाें को अनाज मिल सकेगा। पहले जरूरतमंद लोग डीएसओ कार्यालय राशन कार्ड बनाने आते थे, लेकिन डीलराें की राशन देने की क्षमता कम थी इसलिए उनका राशन कार्ड नहीं बनता था। अब ऐसे लाेगाें काे दिक्कत नहीं हाेगी।

जिला फर्जी कार्ड
पू. सिंहभूम 35834
धनबाद 26785
रांची 22135
बोकारो 17333
पलामू 15770
गोड्डा 13845
सरायकेला 9168
साहेबगंज 8958
जिला फर्जी कार्ड
गढ़वा 8816
गिरिडीह 8620
प.सिंहभूम 8555
देवघर 8370
हजारीबाग 8307
चतरा 7875
दुमका 5792
पाकुड़ 5752

जिला फर्जी कार्ड
सिमडेगा 5590
कोडरमा 4468
जामताड़ा 3763
गुमला 3714
लातेहार 2369
रामगढ़ 2290
लोहरदगा 1488
खूंटी 1271

राज्य के हर जिले में कई लाेग राशन कार्ड बनाने के लिए प्रतिदिन जिला आपूर्ति पदाधिकारी कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। उनका राशन कार्ड अब तक नहीं बन सका है। विभाग का कहना है कि 2.36 लाख गलत लोगों के नाम राशन कार्ड से हटने पर जरूरतमंद लोगाें के कार्ड बन पाएंगे। इससे जरूरतमंद लोगाें को अनाज मिल सकेगा। पहले जरूरतमंद लोग डीएसओ कार्यालय राशन कार्ड बनाने आते थे, लेकिन डीलराें की राशन देने की क्षमता कम थी इसलिए उनका राशन कार्ड नहीं बनता था। अब ऐसे लाेगाें काे दिक्कत नहीं हाेगी।

कई ऐसे लाेग थे, जाे यहां रहते नहीं थे लेकिन उनके नाम पर कार्ड बना हुआ था। वे दूसरे राज्याें के निवासी हैं। पीडीएस सशक्तीकरण पखवाड़ा में ऐसे 2.36 लाख लाेग पकड़े गए हैं। ऐसे लोगों के नाम काटे जा रहे हैं। इनकी जगह पर जरूरतमंद लोगों के नाम पर कार्ड बनेगा। गड़बड़ी करने वाले लाेगाें की जांच भी हाेगी। उन पर कानूनी कार्रवाई भी हाे सकती है। नया कार्ड के लिए ऑनलाइन अप्लाई करना हाेगा। जांच के बाद राशन कार्ड बनेगा।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...